“जब नैतिकता के आगे आतंकवादी हुआ समर्पित..”*
*सुरक्षा कर्मियों हेतु ब्रह्माकुमारीज की एक नई पहल “आंतरिक जागृति द्वारा स्व सशक्तिकरण से राष्ट्र सशक्तिकरण” अभियान का भव्य शुभारंभ*
*”आंतरिक सशक्तिकरण के लिए राजयोग सर्वश्रेष्ठ विधा है”- लेफ्टिनेंट जनरल मिलन नायडू*
ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के सहयोगी निकाय राजयोग शिक्षा एवं शोध प्रतिष्ठान के *सुरक्षा विभाग* द्वारा राष्ट्रव्यापी अभियान सुरक्षा कर्मीयों हेतु चलाए जाते हैं।
कार्यक्रम के आरंभ में सुख शांति भवन की निदेशिका आदरणीय नीता दीदी जी ने सभा में पधारे हुए अतिथियों का स्वागत किया एवं प्रेरणादायक बोल द्वारा सभी जवानों का उमंग उत्साह वर्धन किया। उन्होंने कहा कि आपके त्याग, तपस्या एवं सेवा का हम सम्मान करते हैं एवं आप सभी ने पधार कर हमें गौरवान्वित किया है। आपने सभी पधारे हुए लोगों को सुरक्षित एवं स्वस्थ जीवन की शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में पधारे *रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल मिलन नायडू जी* ने प्रथम बार ब्रह्माकुमारीज के माउंट आबू मुख्यालय की अपनी यात्रा के अनुभव साझा किए और कहा कि राजयोग मेडिटेशन आंतरिक सशक्तिकरण की सर्वोत्तम तकनीक है। इससे जीवन तनाव मुक्त एवं सरल हो जाता है।
वहीं पर *विशिष्ट अतिथि ब्रिगेडियर रजनीश गौर जी* ने नैतिक मूल्यों के पतन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आत्मिक जागरूकता की आज नितांत आवश्यकता है।
कार्यक्रम में पधारी ब्रह्माकुमारीज भोपाल जोन की अध्यक्षा राजयोगिनी अवधेश दीदी जी ने कहा कि परमात्मा सर्वशक्तिमान विश्व रक्षक है।उसकी शक्तियां अपने अंदर समाहित करने से हर मुश्किल को सहज ही पार किया जा सकता है। उन्होंने चार प्रकार के बल सुझाए। *आत्म बल,परमात्मा बाल, चरित्र बल एवं जिम्मेवारी का बाल* यदि जीवन में धारण कर ले तो जीवन सच्चे मायने में सुरक्षित हो जाएगा।
वही डीआरडीओ मुख्यालय दिल्ली के *असिस्टेंट डायरेक्टर *कैप्टन शिव सिंह* ने अपने वक्तव्य में कहा कि आपका भोपाल से बहुत गहरा नाता है। आपने ब्रह्माकुमारीज की सुरक्षा प्रभाग विंग की सेवाओं एवं सिक्योरिटी सर्विस विंग की 25 वर्ष की यात्रा एवं सिल्वर जुबली वर्ष के अन्तर्गत चलाए जा रहे राष्ट्रीय सशक्तिकरण अभियान “आंतरिक जागृति के द्वारा आत्म सशक्तिकरण से राष्ट्र सशक्तिकरण” की विस्तृत जानकारी दी।
मुंबई से पधारे कार्यक्रम के मुख्य वक्ता प्रोफेसर गिरीश जी ने सेल्फ एंपावरमेंट के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आत्मा की उन्नति में ही हमारी सर्वांगीण उन्नति समाई है। जब हम स्वयं ठीक होंगे तब ही हम देश की सतर्कता के साथ रक्षा कर सकेंगे।
जिसके पश्चात् मुंबई से पधारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी दीपा दीदी जी ने आत्म सशक्तिकरण के लिए राजयोग की विधि स्पष्ट की एवं राजयोग ध्यान का अभ्यास भी गाइडेड कॉमेंट्री के द्वारा कराया। सभी को गहन शांति एवं सशक्तिकरण की अनुभूति की।
साथ ही साथ कार्यक्रम में बीके कुलदीप गोलानी द्वारा सभी के उत्साह वर्धन के लिए बहुत ही सुंदर स्वागत गीत की प्रस्तुति भी दी।
कार्यक्रम के अंत में राजयोगी भ्राता रामकुमार जी ने द्वारा सभी आए हुए अतिथियों का शब्दों से आभार व्यक्त किया।वहीं सभी अतिथियों को तनाव मुक्त जीवन किताब, पेन एवं ईश्वरी वरदान दिया गया।
*मास्टर ऑफ सेरेमनी: कर्नल बी.के. सती* (माउंट आबू) ने अपने सैन्य जीवन के व्यावहारिक अनुभव साझा करते बताएं कि उन्होंने जब उनकी पोस्टिंग जरूर कश्मीर में थी जम्मू कश्मीर में थी उसे समय उन्होंने अपने आध्यात्मिकता व्यवहार कुशलता, नैतिकता एवं उदारता से, सूझबूझ से स्थानीय लोगों को इतना प्रभावित किया जिससे कई आतंकवादी स्वतः सरेंडर हो गए। एवं बताया कि किस प्रकार परमात्मा की मदद से असंभव कार्य भी संभव होते रहे।
*सुरक्षा बलों की भागीदारी*
कार्यक्रम में विभिन्न सुरक्षा बलों के जवानों ने भाग लिया, जिनमें CRPF, RAF, ITBP, CISF (BHEL और एयरपोर्ट), होम गार्ड, NCC, SSB, ECHS जबलपुर एवं उज्जैन, और MP पुलिस शामिल थे।
यह कार्यक्रम आत्मिक जागरूकता के माध्यम से व्यक्तिगत और राष्ट्रीय सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था, जिसने सभी उपस्थित लोगों को प्रेरित किया और उन्हें आत्म-चिंतन और आत्म-विकास के मार्ग पर अग्रसर किया।
इसी दौरान एक विशेष तीन दिवसीय *निशुल्क राजयोग मेडिटेशन कैंप 5,6 एवं 7* तारीख को सुख शांति भवन में सभी के लिए आयोजित किया जा रहा है। जिसमें हर वर्ग के इच्छुक लोग भाग ले सकते हैं। शिविर प्रातः 7:00 बजे से 8:30 बजे तक रहेगा जिसमें मुंबई से पधारे सुप्रसिद्ध प्रेरणादायक वक्ता गिरीश जी निम्न बिंदुओं पर *सत्र* लेंगे
*अपने अंदर के हीरो को पहचानिए* (Discover the hero within)
*क्रोध प्रबंधन एवं संबंधों में मधुरता* (Anger management and harmony in relationships)
*स्वस्थ जीवन शैली* (Healthy lifestyle)